आईये जानते है कि सरकारी शिक्षक कैसे बने (sarkari teacher kaise bane in hindi)? शिक्षक किसी भी समाज की धुरी होते हैं . ये वे शिल्पकार होते हैं जो देश का भविष्य गढ़ते हैं . समाज में शिक्षकों को विशेष सम्मान प्राप्त होता है और अगर शिक्षक सरकारी हो तब तो सोने पे सुहागा वाली बात होती है .
सरकारी शिक्षक कैसे बने ? (sarkari teacher kaise bane in hindi)
Contents
सरकारी शिक्षक बनना बहुतो का सपना होता है . सरकारी शिक्षक भी कई तरह के होते है . इसमें भी कई केटेगरी होती है . जैसे प्राइमरी के शिक्षक, मिडिल के शिक्षक, हाई स्कूल शिक्षक, पीटी शिक्षक, कला शिक्षक आदि.
लेकिन बहुत लोगो को यह पता ही नहीं होता की सरकारी शिक्षक बनने के लिए क्या – क्या योग्यता होनी चाहिए . अलग – अलग तरह के शिक्षक के लिए अलग- अलग तरह के कोर्स होते हैं .
आज के इस आलेख में हम आपको बताने वाले हैं कि सरकारी शिक्षक बनने के लिए क्या – क्या चाहिए होता हैं जिसकी पूरी जानकारी के लिए पढ़े इस पूरे लेख सरकारी शिक्षक कैसे बने (sarkari teacher kaise bane in hindi) को पढ़े .
टीचर बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए (शिक्षक बनने के लिए योग्यताएं व गुण)
कहा जाता है कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है. शिक्षा केवल बच्चों का मार्गदर्शन ही नहीं करता अपितु वह संपूर्ण राष्ट्र का निर्माण करता है. अतः शिक्षकों का समाज के प्रति विशिष्ट कर्तव्य भी होते हैं.
Driving License Kaise Check Kare?
Amazon Delivery Boy Kaise Bane?
इन सबके अतिरिक्त शिक्षक में निम्नलिखित गुण होना चाहिए.
शैक्षणिक गुण
प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए कम से कम हायर सेकेंडरी कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए. इसके अलावा D.Ed. भी होना चाहिए.
माध्यमिक स्तर के शिक्षक बनने के लिए स्नातक होना जरूरी है साथी B.Ed की डिग्री चाहिए होती है.
उच्च प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाने के लिए विशिष्ट विषय से संबंधित स्नातकोत्तर की डिग्री के अलावा बीएड की डिग्री भी आवश्यक है.
व्यवसायिक गुण
एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए व्यक्ति में शैक्षणिक गुणों के अलावा व्यवसायिक गुण भी होने चाहिए. जैसे कि
शैक्षिक कार्यों के प्रति पूर्ण निष्ठा व सम्मान की भावना.
विषयों की पूर्ण समझ व ज्ञान :- ताकि विद्यार्थियों की संपूर्ण जिज्ञासाओं का समाधान कर पाए.
नवीनतम शैक्षणिक गतिविधियों के लिए तैयार रहना वाला. वह प्रयोग शील ताजा की शिक्षण प्रक्रिया में हो रहे बदलाव को सहर्ष स्वीकार सके वह स्वयं भी नहीं गतिविधियों का निर्माण कर सकें.
TLM ( सहायक शिक्षण सामग्री )निर्माण व प्रयोग में रुचि रखने वाला. ताकि विद्यार्थियों की रुचि बनी रहे.
बाल मनोविज्ञान को समझने वाला. ताकि बच्चों के मन की भावनाओं को समझ पाए. ताकि शिक्षण बाल केंद्रित हो ना कि शिक्षण केंद्रित.
जिज्ञासु
कहां जाता है कि एक अच्छा शिक्षक वही है जो एक अच्छा विद्यार्थी है. कहने का तात्पर्य है कि जिस शिक्षक में कुछ हमेशा कुछ नया जानलेवा सीखने की जिज्ञासा हो वहां सदा ही स्वयं कुछ सीखता है और अपने छात्रों को भी नए-नए ज्ञान से परिचित कराता है .
कुशल श्रोता एवं वक्ता हो
क्योंकि जो शिक्षक कुशल श्रोता होता है वह अपने छात्रों की बातों को सुनता और समझता है साथी शिक्षक बनने की चाहत रखने वाले व्यक्ति को एक अच्छा वक्ता भी होना चाहिए. क्योंकि एक अच्छा वक्ता अपने छात्रों तक अपनी बात बहुत अच्छे से पहुंचा पाता है.
विद्यार्थियों के प्रति प्रेम व सहानुभूति की भावना वाला
जो व्यक्ति अपने छात्रों से प्रेम व सहानुभूति की भावना रखता है उसे सभी छात्र बहुत पसंद करते हैं और वह अपने ज्ञान को अपने विद्यार्थियों को बेहतरीन तरीके से दे पाता है.
वक़्त का पाबंद
शिक्षक को समय की कीमत समझनी चाहिए और उसे वक़्त का पाबंद होना चाहिए तभी वह अपने छात्रों को अनुशासन व समय की कीमत अच्छे से समझा पाता है.
व्यक्तित्व संबंधित गुण
शिक्षक बनने के लिए व्यक्ति में शैक्षणिक योग्यता एवं व्यावसायिक योग्यता के अतिरिक्त व्यक्तित्व संबंधी भी कुछ गुण होने आवश्यक है जो कि निम्न प्रकार से हैं.
धैर्यवान होना
ताकि वह छात्रों व अपने सहकर्मियों की बातों को धैर्य के साथ सुन व समझ पाए. अपने विद्यार्थियों की सभी प्रश्नों को धैर्य से सुने व उनका उचित समाधान कर पाए.
नेतृत्व शक्ति वाला हो
एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए व्यक्ति में नेतृत्व सती का होना अति आवश्यक है क्योंकि उसे बच्चों का नेतृत्व करना है वह उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करना है .
उत्साह से परिपूर्ण होना चाहिए
क्योंकि जब शिक्षक उत्साहित रहेगा हर कार्य के प्रति तो वह अपने छात्रों में भी उत्साह का संचार करने में सक्षम होगा .
अनुशासित होना चाहिए
जो व्यक्ति शिक्षक बनना चाहता है उसे अनुशासित होना चाहिए. तभी वह अपने छात्रों में अनुशासन का गुण विकसित करने में सफल होगा.
सहज व विनोद प्रिय होना चाहिए
शिक्षा को सरल सहज व विनोद प्रिय होना चाहिए सूखे सूखे एवं ओड़िया शिक्षक को कोई पसंद नहीं करता एवं विद्यार्थियों पर उसका प्रभाव सही नहीं पड़ता.
शालीन वेशभूषा अपनाना चाहिए
शिक्षक अपने छात्रों के लिए पथ प्रदर्शक व आइडियल होता है. अतः शिक्षक की वेशभूषा मर्यादित व शालीन होनी चाहिए. जो बच्चों को प्रभावित करें.
स्वस्थ व प्रसन्न होना चाहिए
कहा जाता है कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का वास होता है . शिक्षा के लिए यह नितांत आवश्यक है क्योंकि शिक्षा का अगर स्वस्थ रहेगा और प्रसन्न रहेगा तो वह अपने छात्रों को भी स्वस्थ व प्रसन्न रहने के लिए सही मार्गदर्शन देगा एवं बच्चे भी उसकी बातों से अत्यंत प्रभावित होंगे .
शिक्षा को चरित्रवान होना चाहिए
जो शिक्षा चरित्रवान होगा वह अपने विद्यार्थियों को भी नेक चरित्र की शिक्षा दे पाएगा. अतः जिस व्यक्ति को शिक्षक बनना है उसे अपने चरित्र का विशेष ध्यान रखना चाहिए साथ ही उसे किसी भी बच्चे या व्यक्ति के सामने अनुशासनहीनता व निकृष्ट समझे जाने वाले कार्यों से बचना चाहिए.
समाज के साथ मधुर संबंध स्थापित करने का गुण
हम सभी समाज में रहते हैं और हमें समाज के नियमों को सही तरीके से पालन भी करना चाहिए. जो व्यक्ति शिक्षक बनना चाहता है उसे भी इन नियमों का पालन करना ही होगा. जैसे
- छात्रों के साथ परमोसान भूति पूर्ण व्यवहार करना.
- प्रधानाध्यापक, सहकर्मी साथियों के साथ उसके मधुर व शालीन व्यवहार होना चाहिए.
- छात्रों के अभिभावकों के साथ मधुर संबंध होना चाहिए
- सरकारी शिक्षकों के लिए समाज के साथ हमेशा ही सहयोगात्मक व मधुर संबंध होने चाहिए. जिससे कि शाला की उन्नति व प्रगति में समाज के व्यक्तियों का विशिष्ट योगदान प्राप्त हो सके.
शिक्षक बनने के लिए प्रशिक्षण
शिक्षक बनने के लिए प्रशिक्षण का विशेष महत्व है. प्रशिक्षण के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण शामिल है. जैसे कि D.Ed प्रशिक्षण, B.Ed प्रशिक्षण, इसके अलावा शिक्षक प्रशिक्षण. बाल मनोविज्ञान संबंधित प्रशिक्षण इत्यादि.
सरकारी टीचर का वेतन व भत्ते
अलग-अलग राज्यों में शिक्षकों का वेतन व भत्ते अलग – अलग होते है. साथ ही वेतन और भत्ते सरकारी शिक्षकों व प्राइवेट शिक्षकों दोनों के लिए अलग-अलग होते हैं. प्राथमिक स्तर, माध्यमिक स्तर एवं उच्च स्तर के शिक्षकों के वेतन व भत्तों में भी बहुत अंतर होता है.
निष्कर्ष :- इस प्रकार से हम देखते हैं कि सरकारी शिक्षक बनने के लिए व्यक्ति में कई खूबियां, योग्यताये होनी चाहिए. उसका व्यक्तित्व आकर्षक, शालीन, सरल व सहज होना चाहिए. उसे जिज्ञासु, कर्तव्यनिष्ठ, मृदुभाषी, वक़्त का पाबंद, व अनुशासित होना चाहिए.
आशा करता हूँ कि आप को सरकारी शिक्षक कैसे बने (sarkari teacher kaise bane in hindi) लेख पसंद आया होगा इसे अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर करे जो सरकारी शिक्षक बनना चाहते है.