सिंधु घाटी सभ्यता का इतिहास वर्णन – 3300-1700 हड़प्पा सभ्यता इसके पुरे इतिहास को जानने पूरी स्टोरी पढ़े

एक कांस्य युगीन सभ्यता है जिसका संबंध आद्य ऐतिहासिक काल से हैं I जो काफी पुरानी मानी जाती है इसके कुछ क्षेत्र अभी पाकिस्तान में है

सिंधु  घाटी सभ्यता 3300-1700 विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यता में से एक प्रमुख  सभ्यता थी I जो पूरी दुनिया में प्रसिद्द थी

यह हड़प्पा, अरहर सभ्यता और सिंधु सरस्वती सभ्यता के नाम से भी जानी जाती है I - सिंधु घाटी सभ्यता का इतिहास

इसका विकास सिंधु  और घाधर हकड़ा प्राचीन सरस्वती के किनारे हुआ  यानि यह सरस्वती नदी के किनारे बसा हुआ था.

मोहनजोदड़ो कालीबंगा लोथल धोलावीरा राखीगड़ी और हड़प्पा इसके प्रमुख केंद्र थे I इसके बारे में अधिक जाने के लिए क्लिक करे

रेडियो सभ्यता की खोज रायबहादुर दयाराम साहनी ने की थी सिंधु सभ्यता को ऐतिहासिक युग में रखा जाता है- ये भारत के इतिहासकार है

लोथल और सुतकोतदा- सिंधु सभ्यता का बंदरगाह जूते हुए खेत का और नक्काशीदार ईटों का प्रयोग के प्रमाण  कालीबंगा से प्राप्त हुआ

रेडियो कार्बन c14 जैसी नवीन विश्लेषण पद्धति  के द्वारा सिंधु घाटी सभ्यता का सर्वमान्य काल 2350-1750 ईसा पूर्व माना जाता है I